नेक्सॉन, टाटा की सबसे ज्यादा प्रत्याशित वाहनों में से एक है और यह सभी गैर जरुरी खुबियों के साथ आएगी। यह भारतीय बाजार में पहली उप कॉम्पैक्ट एसयूवी है, जिसमें कई ड्राइविंग मोड- इको, सिटी और स्पोर्ट, दोनों ही पेट्रोल और डीजल संस्करणों में मौजूद होंगे।
इसका सेग्मेंट में 209 मिमी पर सबसे ज्यादा ग्राउंड क्लीयरेंस है, जबकि बूट की मात्रा 350 लीटर है, जिसे पीछे की सीट को फोल्ड करके 690 लीटर तक बढ़ाया जा सकता है।
नेक्सॉन की 1.2-लीटर रेवोट्रॉन पेट्रोल इंजन, फोर्ड इकोस्पोर्ट में 1.0-लीटर इकोबूस्ट मोटर को छोड़कर अपने सेगमेंट में सबसे शक्तिशाली है और यह 110 पीएस की पावर और 170 एनएम की टॉर्क का उत्पादन करता है।
हालांकि, नई 1.5-लीटर रेवोटॉर्क 110 पीएस की पावर और 260 एनएम की टॉर्क विकसित करता है। इस महीने के अंत में लॉन्च होने पर दोनों ही इंजन विकल्प क्रमशः छह गति हस्तचालित ट्रांसमिशन के साथ मेटिड होगी।
मुंबई के मुख्यालय ब्रांड ने पुष्टि की है कि यह इस वित्तीय वर्ष में एएमटी विकल्प के साथ आएगी। इसका मतलब है कि अप्रैल 2018 से पहले, नेक्सॉन प्रथम-श्रेणी के छह-गति एएमटी ट्रांसमिशन-सुसज्जित वेरियंट के साथ विस्तारित की जाएगी।
ऐसा लग रहा है की टाटा, नेक्सॉन के साथ सेगमेंट के बाजार हिस्सेदारी में एक तिहाई हिस्से की योजना बना रही है। उप कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में मारुति सुजुकी विटारा ब्रेज़ा, सबसे ज्यादा बिकने वाली मॉडल है। इसकी महीने में 9,000 से अधिक इकाइयों की औसत बिक्री होती है। यह कह सकते हैं कि टाटा नेक्सॉन की लगभग 6,000 इकाइयों का लक्ष्य बना रही है। लॉन्च करने से पहले ग्राहक परीक्षण ड्राइव इस महीने के दूसरे सप्ताह से शुरू होगा।
नेक्सॉन एसयूवी के बाहरी हिस्से में दो रंगों का प्रयोग किया गया है और इसका डिजाइन रेंज रोवर से प्रेरित है। यह 6.5 इंच की एचडी टचस्क्रीन इंफोटेंमेंट सिस्टम, आठ स्पीकर हरमन ऑडियो यूनिट, एक्टिविटी की, ब्रांड-फर्स्ट पुश स्टार्ट बटन, रिवर्सिंग सेंसर और कैमरा, एलईडी टेल लैंप, प्रोजेक्टर हेडलैंप और एलईडी डे टाइम रनिंग लाइट आदि सुविधाओं से लैस आएगी। सुरक्षा के संदर्भ में डुअल फ्रंट एयरबैग, कोर्नरिंग स्थिरता नियंत्रण, एबीएस और आईसोफिक्स चाइल्ड माउंट मानक होंगे।