नई दिल्ली। कार निर्माता कंपनी फोर्ड ने अपनी सभी कारों की कीमतों में इजाफा किया है। कंपनी ने अपनी कारों में करीब 3 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है।
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फोर्ड की कारों की कीमतें बढ़ने का कारण इनपुट कॉस्ट बढ़ना बताया गया है। फोर्ड ने 1998 में अपनी पहली कार भारत में लॉन्च की थी। करीब 20 सालों में फोर्ड ने भारतीय ऑटोबजार में अपनी पक्कड़ बनाते हुए 10 लाख गाड़ियां बेच डाली।
फोर्ड के ऊपर भारतीय ग्राहकों का भरोसा हमेशा ही रहता है क्योंकि वे अपने सभी वादों पर खड़े उतरते है। यहीं वजह है कि फोर्ड ने पिछले साल अपनी इकोस्पोर्ट को अपडेट करके भारतीय बाजारों में उतारा था और साल के शुरुआत में कंपनी ने अपनी फ्रीस्टाइल क्रांसओवर को बाजारों में पेश किया था। कंपनी ने अपनी इस कार को 5.09 लाख में लॉन्च किया था जबकि इसके टॉप मॉडल की कीमत करीब 7.89 लाख रुपए रखी गई है।
वहीं कार की कीमतों में इजाफे को लेकर एक रिपोर्ट का कहना है कि ऐसा स्टील और ऐल्युमिनियम बढ़ने की वजह से हुआ है। कंपनी ने अपनी सभी कारों की कीमतों में इजाफ कर दिया होग लेकिन कार की ब्रिकी में इसका कोई असर नहीं पड़ा है।
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एक रिपोर्ट की माने तो फोर्ड की एंडीवर की कीमत 50 हजार रुपए तक बढ़ने की उम्मीद बताई गई है। वहीं फ्रीस्टाइल की कीमत में करीब 16 से 18 हजार रुपए बढ़ाए जा सकते है। फोर्ड की कार फोर्ड फीगो में 7 से 8 हजार और फोर्ड एस्पायर में 8 से 10 हजार का इजाफ हो सकता है।